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आपने हॉलीवुड की फिल्मों में विशाल शार्क को तबाही मचाते हुए जरूर देखा होगा. मेग सीरीज की इन फिल्मों में ये दैत्याकार व्हेल समुद्री की गहराइयों में रहती थी और इनके बारे में किसी को पता नहीं रहता था. पर ये अचानक आती थीं औरबड़े बड़े जहाजों को तहस नहस कर देती थीं. इन मेगा यानी कि मेगालोडन नाम की शार्क मछली के विशाल आकार के बारे में वैज्ञानिक भी कुछ ऐसा ही मानते आ रहे थे. हैं. नई रिसर्च में इस धारणा को एक तरह से फर्जी करार दिया है.

करीब 36 लाख साल पहले विलुप्त हो चुकी मेगालोडन हकीकत में उस रूप की तुलना में बहुत पतली थीं जितना का फिल्मों में दिखाया जाता था, या अब तक वैज्ञानिक मानते थे. दिलचस्प बात ये है कि इससे ना केवल मेगालोडन के बारे में काफी कुछ बदल जाएगा, बल्कि समुद्री जानवरों की कहानी भी बदल जाएगी.

पिछले अध्ययन बताते रहे हैं कि मेगालोडन की लंबाई 50 से  65 फुट के बीच की हुआ करती थी. ये नतीजा उन्होंने उनके दातों और रीढ़ के जीवश्मों के अध्ययन के आधार पर निकाला था. नए अध्ययन ने इसी धारणा को चुनौती दी है. इसके शोधकर्ताओं का कहना है कि मेगालोडन अब की सोचे गए आकार से ज्यादा पतले और ज्यादा लंबे हुआ करते थे.

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वैज्ञानिकों को कहना है कि मेगालोडन का आकार अब तक बिलकुल ही गलत समझा जा रहा था. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Shutterstock)

ये सच है कि मेगालोडन इसके बाद भी पुरातन समुद्री खाद्य शृंखला में शीर्ष शिकारी जानवरों में से थे, लेकिन इससे उनके बर्ताव में बहुत अंतर होगा जिसका पूरी खाद्य शृंखला पर असर पड़ेगा. उनका शिकार करने  और खाने का तरीका काफी कुछ अलग रहा होगा, लेकिन निश्चित तौर पर अब तक सोचे गए तरीकों से अलग ही रहा होगा.

इस अध्ययन में 26 अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने काम किया था. जब उन्होंने पुराने जीवाश्म रिकॉर्ड का अध्ययन किया तो उन्हें काफी अलग तरह के नतीजे मिले. उन्होंने पाया कि यह केवल आज के सफेद शार्क का बड़ा स्वरूप थीं.

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ज्यादा पतले और लंबे मेगालोडन के खाना पचाने का क्षेत्र काफी बड़ा था. इससे जाहिर होता है कि वे ज्यादा पोषण ले सकते थे और इससे उन्हें बार बार खाने की जरूरत नहीं रहती होगी
और वे बिना खाए लंबे सफर करती होंगी और दूसरे जानवरों पर शिकार होने का दबाव कम रहता होगा.

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FIRST PUBLISHED : January 22, 2024, 15:49 IST


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