देर रा त तक मो बाइल चला ने से हो सकते हैं ये 6 नुकसा न

स्लीपिंग पैटर्न हो सकता है डिस्टर्ब  लगातार मोबाइल की स्क्रीन पर देखने से आपके मेलाटोनिन हार्मोन का उत्पादन कम हो सकता है जिससे आपका स्लीपिंग पैटर्न डिस्टर्ब हो सकता है और आपको निद्रा नाश की शिकायत भी हो सकती है | 

– लंबे समय तक देर रात तक जागने से कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ता है. कार्य क्षमता में कमी आती है.

– रात में देर तक जागने से तनाव की समस्या आ जाती है. इंसान तनाव में रहने लगता है और बात-बात पर चिड़चिड़ा हो जाता है.

– देर रात तक जागने वालों को वेट बढ़ने की समस्या का भी सामना करना पड़ता है. ज्यादा दिनों तक देर रात तक जागते हैं तो आपका वजह अपने आप बढ़ने लगेगा. जिससे कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

– देर रात तक जागने से भूख नियंत्रण करने वाले हार्मोन का स्तर भी प्रभावित होता है. देर रात तक जागने की आदत है तो आपको भूख कम लगेगी.

अगर आप देर रात तक जागते हैं और देर से सोते हैं तो आपको कई दिक्कतें आ सकती हैं. बॉडी पर इसका प्रतिकूल असर पड़ता है.

– देर रात तक जागने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है.