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नई दिल्ली. बस या कार चालक की तरह ट्रेन का लोकोपायलट अपनी मर्जी से ट्रेन की स्पीड घटा या बढ़ा नहीं सकता है. ट्रेन में चढ़ने से पूर्व उसे एक रूट प्लान दिया जाता है, जिसमें बताया जाता है कि किस जगह कितनी स्पीड में ट्रेन दौड़ेगी और कहां पर कितने समय के लिए ट्रेन रुकेगी. अगर किसी जगह तय स्पीड से कम या ज्यादा करता है तो उसे ड्यूटी खत्म करने से पूर्व जवाब देना होता है. लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि एक समय लोकोपायलट पर ट्रेन की स्पीड को लेकर कोई नियम लागू नहीं होते हैं. वो अपनी मर्जी (विवेक) के अनुसार ट्रेन चलाता है. उसे छूट रहती है. वजह जानकर आप भी रेलवे की तारीफ करेंगे.
रेलवे मंत्रालय में बोर्ड के डायरेक्ट इनफार्मेशन पब्लिकेशन (डीआईपी) शिवाजी मारुति सूतार बताते हैं कि रेल मैन्युअल में ट्रेनों के संचालन में हर चीज के नियम हैं, मसलन कि लोकोपायलट कहां पर हार्न बजाएगा, कितनी दूरी पर हार्न बजाएगा, कहां पर कितनी स्पीड रखेगा. उसे नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है. इसी वजह से ट्रेनों की पंक्चुअलिटी मेंटेन की जाती है. लेकिन कोहरे के दौरान उसे स्पीड को लेकर नियमों का पालन करना अनिवार्य नहीं होता है. ट्रेनों की स्पीड उसके विवेक पर छोड़ दिया जाता है. वो तय करता है कि कहां पर कितनी स्पीड से ट्रेन चलाई जा सकती है.
लोकोपायलट को छूट देने की वजह
इससे पीछे वो वजह बताते हैं जो सभी के लिए जानना जरूरी है. मसलन किसी सेक्शन में ट्रेन की स्पीड अधिकतम 60 किमी.प्रति घंटे निर्धारित है, लेकिन कोहरे की वजह से वहां पर तय स्पीड से ट्रेन चलाना खतरे से खाली नहीं होता है. क्योंकि किसी किसी स्थान पर अचानक घना कोहरा आ जाता है, जहां पर विजिबिलिटी बहुत कम हो जाती है. ऐसे में तय स्पीड से ट्रेन चलाएगा तो हादसा होने की आशंका रहती है, इस वजह से लोकोपायलट को उसके विवेक पर स्पीड तय करने की छूट होती है. क्योंकि यात्रियों की सुरक्षा रेलवे की प्राथमिकता है.
इंडियन रेलवे लोको रनिंगमैन आर्गनाइजेशन (आईआरएलआरओ) के वर्किंग प्रेसीडेंट संजय पांधी बताते हैं कि कोहरे में ट्रेन को सुरक्षित चलाना चुनौती से कम नहीं है. रेलवे नेटवर्क के सामान्य ट्रैक 90 किमी. प्रति घंटे से लेकर 160 किमी. प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेन दौड़ाने में सक्षम हैं. लेकिन कोहरे की वजह से स्पीड स्वयं लोकोपायलट को तय करना पड़ता है.
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Tags: Business news in hindi, Indian railway, Passenger, Railway Knowledge News
FIRST PUBLISHED : January 25, 2024, 12:17 IST
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