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सनन्दन उपाध्याय/बलिया: ग्रेजुएशन करने के बाद कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की नौकरी छोड़कर एक युवा न केवल किसान बना बल्कि हर किसी के लिए प्रेरणा स्रोत भी बन गया है. बलिया का ये युवा किसान आज विशेषज्ञों से सलाह से सब्जी की खेती कर लाखों की कमाई कर रहा है. हम बलिया के बसंतपुर निवासी दुष्यंत कुमार सिंह की बात कर रहे हैं, जिन्होंने बीटेक करने के बाद निजी कंपनी में नौकरी तो ज्वाइन की, लेकिन काम से संतुष्ट न होने के कारण किसान बन गए. अब वह खेती को नया आराम देने में लगे हैं.
बलिया के बसंतपुर निवासी युवा किसान दुष्यंत कुमार सिंह ने बताया कि मैं सालाना लगभग 20 से 25 लाख मुनाफा अर्जित कर लेता हूं. मैं बिना एक्सपर्ट की राय लिए खेती में एक भी कदम आगे नहीं बढ़ाता हूं. यही कारण है कि आज मैं अपने कार्य और प्रोग्रेस से संतुष्ट ही नहीं बल्कि अतिसंतुष्ट हूं. हर कोई अपनी खेती को विशेषज्ञों की राय से करे तो नया आराम दिया जा सकता है.
ये है लाखों के कमाई का राज
दुष्यंत कुमार सिंह ने आगे बताया कि मैंने कंप्यूटर साइंस से बीटेक की है. जबकि 2018 से ऑर्गेनिक खेती कर रहा हूं. फिलहाल मैं सब्जी की खेती करता हूं. किसानी से सालाना लगभग 20 से 25 लाख मुनाफा हो जाता है. साथ ही बताया कि मैं बीटेक के बाद बेंगलुरु में कलिक्स कम्पनी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग पर काम करता था. बेंगलुरु में ही सुभाष पालेकर सर से मेरी मुलाकात हुई. उनसे हुई मुलाकात के बाद मैं खुद ब खुद किसानी की तरफ खिंचा चला आया और किसान बन गया. बता दें कि सुभाष पालेकर ऑर्गेनिक खेती के जनक माने जाते हैं. जबकि मैं खेती में किसी प्रकार की बाजरू खाद का प्रयोग नहीं करता हूं.
विशेषज्ञों से सलाह लेकर काम
दुष्यंत कुमार सिंह ने बताया कि एक एक्सपर्ट की राय से ही मैं अपनी खेती को आज कर रहा हूं. मेरा मानना है कि विशेषज्ञों से सलाह लेकर किसानी को एक अलग आयाम दिया जा सकता है. विशेषज्ञों के राय से न केवल मुनाफे में बढ़ोतरी होगी बल्कि आम जनमानस के लिए भी बेहद लाभकारी होगी. मैं अभी प्राकृतिक खेती में मौसम के हिसाब से गोभी, पालक, मूली आदि की खेती करता हूं. इससे किसी भी सेहत को कोई नुकसान नहीं होता है.
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Tags: Agriculture, Ballia news, Farming in India, Fresh vegetables
FIRST PUBLISHED : January 24, 2024, 13:05 IST
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